क्यों नकल करें पश्चिम की जब ये अपने मन को यूं भाता है। क्यों नकल करें पश्चिम की जब ये अपने मन को यूं भाता है।
हँसते रहना हँसाते रहना हँसी में बीत जायेगा ये साल भी। हँसते रहना हँसाते रहना हँसी में बीत जायेगा ये साल भी।
मौसम भी कितना सुहावना है हो जाता चैत्र माह के साथ ही नवरात्रों का पर्व है आता। मौसम भी कितना सुहावना है हो जाता चैत्र माह के साथ ही नवरात्रों का पर्व है आ...
मैं खोज रहा था जब हाला जब हाथ लिए खाली प्याला तुम आई किसी अप्सरा सी मैं तुरत हो गया मतवाला तुम ह... मैं खोज रहा था जब हाला जब हाथ लिए खाली प्याला तुम आई किसी अप्सरा सी मैं तुरत ...
देख लो कोहरा छंटा है मुग्ध जीवन मुस्कुराया, सूर्य मंगल-कामना से अंजुरी भर धूप लाय देख लो कोहरा छंटा है मुग्ध जीवन मुस्कुराया, सूर्य मंगल-कामना से अंजुर...
सब भैया मिल, दिवारी गाहें सब भैया मिल, दिवारी गाहें